किसानों के आत्महत्या मामले में कांग्रेस का वॉकआउट
- गृहमंत्री बाबूलाल गौर के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए कांग्रेस के विधायक
- समिति बनाकर की जांच कराने की मांग, सरकार ने नहीं मानी
भोपाल. विधानसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान किसानों के आत्महत्या मामले में कांग्रेस ने हंगामा करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। विपक्षी सदस्य गृहमंत्री बाबूलाल गौर के जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आए।
सदन में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस के रामनिवास रावत ने किसानों का आत्महत्या संबंधी मामला उठाते हुए कहा कि प्रदेश में रोजाना करीब 22 लोग आत्महत्या कर रहे हैं, जिनमें से पांच किसान हैं और ये किसान फसल संबंधी समस्याओं को लेकर ऐसा कदम उठा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में एक वर्ष में 1600 से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं। इसका जवाब देते हुए गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने स्वीकार किया कि प्रदेश में आत्महत्याएं हो रही हैं, लेकिन इसका कारण किसानों की फसल खराब होना और कर्ज में रहना नहीं है। इसका कारण पारिवारिक कलह, लड़ाई-झगड़ा, दर्घटनाएं आदि हैं। इस पर कांग्रेस के रामनिवास रावत अड़ गए कि किसान कर्ज एवं फसलें खराब होने से ही आत्महत्या कर रहे हैं। इस पर भाजपा के अन्य सदस्य भी खड़े होकर बोलने लगे। स्पीकर ने उन्हें शांत कराकर बैठाया। इसके बाद ओपी रावत ने गृह मंत्री से मांग की कि सदन की एक समिति बना दी जाए जो यह जांच कर सकती है कि किसानों ने किन कारणों से यह कदम उठाया। गृह मंत्री इस बात पर राजी नहीं हुए। कांग्रेस विधायक रावत ने कहा कि सरकार को ऐसी योजनाएं बनानी चाहिए, जिनसे किसान आत्महत्या करने के लिए प्रेरित नहीं हों। इस पर गृह मंत्री गौर ने कहा कि सरकार उन्हें मानसिक दबाव से उबारने के लिए योग केंद्र स्थापित करने जा रही है। उन्होंने गौर से यह भी जानना चाहा कि जिन 1662 लोेगों ने इस एक साल में आत्महत्या की है, उनमें 108 किसान हैं, तो आत्महत्या करने वाले ऐसे कितने किसान हैं, जिनके परिवार को सरकार ने आर्थिक अथवा अन्य किसी तरह की मदद पहुंचाई है। इस बीच जब गृह मंत्री गौर उनके पूरक प्रश्न का जवाब दे रहे थे, लेकिन वे इससे संतुष्ट नहीं हुए और बर्हिगमन की घोषणा करते हुए सदन से बाहर चले गए। उनके साथ कांग्रेस के अन्य सदस्य भी बाहर चले गए।
गृहमंत्री ने पलेरा टीआई को सस्पेंड किया
- कांग्रेस विधायक ने की थी मांग, दिलाया कार्रवाई का भरोसा
भोपाल. गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने पलेरा के टीआई को सस्पेंड कर दिया। इसकी घोषणा उन्हें सदन में ही कर दी। कांग्रेस विधायक चंदा सुरेंद्र सिंह गौर ने प्रश्नकाल के दौरान यह मामला उठाते हुए कहा कि दिसंबर-2014 में आवेदक रज्जू ग्राम मडरी थाना पलेरा में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने गया था। उस समय टीआई ने रिपोर्ट दर्ज करने के बजाए आवेदन को ही थाने में बैठा लिया और उसकी जमकर पिटाई लगाई। विधायक ने इस मामले में गृहमंत्री से कार्रवाई की मांग की थी। इस पर गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने सदन में ही टीआई को संस्पेंड करने के निर्देश जारी कर दिए। उन्होंने कहा कि टीआई पर आरोप सही पाए गए थे। अब इस मामले की जांच डीआईजी कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मंदिरों की सुरक्षा अब एसएएफ करेगी
गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने बताया कि अब मंदिरों की सुरक्षा एसएएफ के हाथों में सौंपी जाएगी। वे अपनी ही पार्टी के विधायक दिव्यराज सिंह के प्रश्न का जवाब दे रहे थे। विधायक दिव्यराज सिंह ने प्रश्नकाल के दौरान मंदिरों में हो रही मूर्ति चोरियां का मामला उठाते हुए जानना चाहा था कि आखिर सरकार मंदिरों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठा रही है। रीवा जिले सहित प्रदेशभर के मंदिरों से रोजाना बेशकीमती मूर्तियां चोरी हो रही हैं। इस पर गृहमंत्री ने कहा कि मूर्ति एवं आम लोगों की सुरक्षा के लिए समय-समय पर चैकिंग, गश्त आदि किए जा रहे हैं। उन्होंने मंदिरों की सुरक्षा एसएएफ को सौंपने की बात भी कही।
- गृहमंत्री बाबूलाल गौर के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए कांग्रेस के विधायक
- समिति बनाकर की जांच कराने की मांग, सरकार ने नहीं मानी
भोपाल. विधानसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान किसानों के आत्महत्या मामले में कांग्रेस ने हंगामा करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। विपक्षी सदस्य गृहमंत्री बाबूलाल गौर के जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आए।
सदन में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस के रामनिवास रावत ने किसानों का आत्महत्या संबंधी मामला उठाते हुए कहा कि प्रदेश में रोजाना करीब 22 लोग आत्महत्या कर रहे हैं, जिनमें से पांच किसान हैं और ये किसान फसल संबंधी समस्याओं को लेकर ऐसा कदम उठा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में एक वर्ष में 1600 से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं। इसका जवाब देते हुए गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने स्वीकार किया कि प्रदेश में आत्महत्याएं हो रही हैं, लेकिन इसका कारण किसानों की फसल खराब होना और कर्ज में रहना नहीं है। इसका कारण पारिवारिक कलह, लड़ाई-झगड़ा, दर्घटनाएं आदि हैं। इस पर कांग्रेस के रामनिवास रावत अड़ गए कि किसान कर्ज एवं फसलें खराब होने से ही आत्महत्या कर रहे हैं। इस पर भाजपा के अन्य सदस्य भी खड़े होकर बोलने लगे। स्पीकर ने उन्हें शांत कराकर बैठाया। इसके बाद ओपी रावत ने गृह मंत्री से मांग की कि सदन की एक समिति बना दी जाए जो यह जांच कर सकती है कि किसानों ने किन कारणों से यह कदम उठाया। गृह मंत्री इस बात पर राजी नहीं हुए। कांग्रेस विधायक रावत ने कहा कि सरकार को ऐसी योजनाएं बनानी चाहिए, जिनसे किसान आत्महत्या करने के लिए प्रेरित नहीं हों। इस पर गृह मंत्री गौर ने कहा कि सरकार उन्हें मानसिक दबाव से उबारने के लिए योग केंद्र स्थापित करने जा रही है। उन्होंने गौर से यह भी जानना चाहा कि जिन 1662 लोेगों ने इस एक साल में आत्महत्या की है, उनमें 108 किसान हैं, तो आत्महत्या करने वाले ऐसे कितने किसान हैं, जिनके परिवार को सरकार ने आर्थिक अथवा अन्य किसी तरह की मदद पहुंचाई है। इस बीच जब गृह मंत्री गौर उनके पूरक प्रश्न का जवाब दे रहे थे, लेकिन वे इससे संतुष्ट नहीं हुए और बर्हिगमन की घोषणा करते हुए सदन से बाहर चले गए। उनके साथ कांग्रेस के अन्य सदस्य भी बाहर चले गए।
गृहमंत्री ने पलेरा टीआई को सस्पेंड किया
- कांग्रेस विधायक ने की थी मांग, दिलाया कार्रवाई का भरोसा
भोपाल. गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने पलेरा के टीआई को सस्पेंड कर दिया। इसकी घोषणा उन्हें सदन में ही कर दी। कांग्रेस विधायक चंदा सुरेंद्र सिंह गौर ने प्रश्नकाल के दौरान यह मामला उठाते हुए कहा कि दिसंबर-2014 में आवेदक रज्जू ग्राम मडरी थाना पलेरा में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने गया था। उस समय टीआई ने रिपोर्ट दर्ज करने के बजाए आवेदन को ही थाने में बैठा लिया और उसकी जमकर पिटाई लगाई। विधायक ने इस मामले में गृहमंत्री से कार्रवाई की मांग की थी। इस पर गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने सदन में ही टीआई को संस्पेंड करने के निर्देश जारी कर दिए। उन्होंने कहा कि टीआई पर आरोप सही पाए गए थे। अब इस मामले की जांच डीआईजी कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मंदिरों की सुरक्षा अब एसएएफ करेगी
गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने बताया कि अब मंदिरों की सुरक्षा एसएएफ के हाथों में सौंपी जाएगी। वे अपनी ही पार्टी के विधायक दिव्यराज सिंह के प्रश्न का जवाब दे रहे थे। विधायक दिव्यराज सिंह ने प्रश्नकाल के दौरान मंदिरों में हो रही मूर्ति चोरियां का मामला उठाते हुए जानना चाहा था कि आखिर सरकार मंदिरों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठा रही है। रीवा जिले सहित प्रदेशभर के मंदिरों से रोजाना बेशकीमती मूर्तियां चोरी हो रही हैं। इस पर गृहमंत्री ने कहा कि मूर्ति एवं आम लोगों की सुरक्षा के लिए समय-समय पर चैकिंग, गश्त आदि किए जा रहे हैं। उन्होंने मंदिरों की सुरक्षा एसएएफ को सौंपने की बात भी कही।



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